Khabarilalnews

अमेरिका ने भारत की तीन कंपनियों पर लगाया बैन, ईरान के साथ व्यापार कर रही थी ये कंपनियां

अमेरिका ने भारत की तीन कंपनियों पर लगाया बैन, ईरान के साथ व्यापार कर रही थी ये कंपनियां

ईरान के साथ व्यापार करना भारत को महंगा पड़ गया है। अमेरिका ने ईरान के साथ व्यापार करने वाली तीन कम्पनियों को बैन कर दिया है। अमेरिका ने कहा कि ये कंपनियां रूस को ड्रोन दे रही थी।

 

खबरीलाल न्यूज डेस्क: ईरान इजरायल और अमेरिका के बीच चल रहे जंग का खामियाजा भारत को भुगतना पड़ा है। अमेरिका ने ईरान की तीन कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।  यह वह कंपनियां है। जो ईरान के साथ काम करती थी। अमेरिका ने एक दर्जन से अधिक कंपनियों पर बैन लगाया था। जिनमें से तीन कंपनियों भारतीय भी थी। अमेरिका ने यह कदम इसलिए उठाया कि उसके ईरान के साथ संबंध ठीक नहीं है। अमेरिका ने कहा यह कंपनियां रूस को ड्रोन सप्लाई कर रही थी। साथ ही अवैध व्यापार भी कर रही थी।

 


इन कंपनियों पर लगा प्रतिबंध

अमेरिका की ट्रेजरी विभाग ने बताया कि यह बैन लंबे समय तक लगा रहेगा। यह बैन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कई विदेशी कंपनियों पर भी लगाया गया है। इसके अलावा जहाज और व्यक्तियों पर भी बैन लगाया गया है। अमेरिका ने स्पष्ट कहा है कि गुप्त रूप से ईरानी ड्रोन में उनकी अहम भूमिका है। और रूस तक इनकी सप्लाई की जाती है। अमेरिका ने जिन तीन भारतीय कंपनियों पर बैन लगाया है। वह ईरानी वाणिज्य की देखरेख में काम करती हैं। इन कंपनियों में जेन शिपिंग,पोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सी आर्ट शिप मैनेजमेंट कंपनी शामिल है।

अमेरिका का दोगलापन

हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम सुलेमानी पाकिस्तान की तीन दिवसीय यात्रा पर गए थे। जहां अमेरिका ने पाकिस्तान को ईरान के साथ  व्यापार संबंधित हस्ताक्षर न करने की धमकी दी थी और प्रतिबंध लगाने की भी धमकी दी। इसके बावजूद पाकिस्तान और ईरान के बीच हस्ताक्षर हुए। इससे पहले परमाणु हथियार के मामले में अमेरिका ईरान पर प्रतिबंध लगा चुका है। इसके अलावा साल 2012 में अमेरिका ने दुनिया की सभी बैंकों को आदेश दिया था कि ईरान से तेल के बदले होने वाले सभी पेमेंट को रोक दिया जाए। हालांकि उसे दौरान सा देश को यह छूट दी गई थी उसमें भारत भी शामिल था भारत और ईरान के संबंध बहुत पुराने हैं और अच्छे रहे हैं। अमेरिका की धमकी के बावजूद ईरान से भारत कच्चा तेल खरीदना रहा है

 

Exit mobile version