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आखिर 127 साल बाद गोदरेज कंपनी का क्यों हुआ बंटवारा
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आखिर 127 साल बाद गोदरेज कंपनी का क्यों हुआ बंटवारा, 50 देशों में फैला 20 तरह का कारोबार

आखिर 127 साल बाद गोदरेज कंपनी का क्यों हुआ बंटवारा, 50 देशों में फैला 20 तरह का कारोबार

आखिर 127 साल बाद गोदरेज कंपनी का क्यों हुआ बंटवारा

देश की नामचीन कंपनी गोदरेज का 127 साल बाद बंटवारा हो गया। अब यह कंपनी दो हिस्सो मे बंट गई। इस कम्पनी की टोटल वैल्यू करीब 2.34 लाख करोड़ रुपए है। इसकी स्थापना आजादी से पहले साल 1897 में आर्देशर गोदरेज और उनके भाई पिरोजसा गोदरेज द्वारा शुरू की गई थी।

 

खबरीलाल डेस्क न्यूज: एक जमाना था। जब भारत के 70 % लोगों के घरों में गोदरेज का सामान होता था। इसमें फ्रिज , अलमारी, बक्शा, मशीन जैसे समान शामिल है। एक समय पर भारत ही नहीं दुनिया के लगभग 50 मुल्कों में अपना व्यापार करने वाली नामचीन कंपनी गोदरेज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। लेकिन आज ये कंपनी इसलिए सुर्खियों में है। क्योंकि 127 साल पुरानी गोदरेज कंपनी का बंटवारा हो गया है। अंग्रेजो के समय में तिजोरी और ताला चाबी बनाने से लेकर गोदरेज तक का सफर लाजवाब है। बहुत कम लोग जानते है कि भारत के चंद्रयान मिशन में भी गोदरेज कंपनी का बहुत बड़ा रोल है।

 

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कैसे हुआ बंटवारा –

यह सच है कि भारत की आजादी से पहले के कारोबारी घरानों का जिक्र होता है। तो गोदरेज परिवार का नाम सबसे ऊपर आता है। 50 देशों में 20 तरह का कारोबार करने वाली गोदरेज रियल एस्टेट से लेकर कंज्यूमर प्रोडक्ट तक में इसका कारोबार फैला है। अब यह कंपनी दो हिस्सो मे बंट चुकी है। एक हिस्से में जहां शेयर बाजार में लिस्टेड गोदरेज फर्में आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज के हिस्से में आई। तो वहीं ग्रुप की नॉन लिस्टेड कंपनी चचेरे भाई जमशेद और बहन स्मिता के हिस्से में आई। आपको बता दें कि गोदरेज कंपनी की टोटल वैल्यू 2.34 लाख करोड़ रुपए है।

कब हुई थी कंपनी की स्थापना –

कंपनी के बंटवारे के बाद परिवार गम में था। नादिर ने बताया कि कंपनी की स्थापना 1897 में की गई थी। कंपनी ने शुरुआत सबसे पहले सर्जरी ब्लेड से की थी। लेकिन यह व्यापार ज्यादा नहीं चल सका। उसी दौर में घरों में चोरी की घटनाएं अधिक होने लगी। तो गोदरेज ने ताला चाबी बनाना शुरू किया। अपने काम को ऐसा जमाया कि ग्राहकों के दिल में उतर गए। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। कंपनी का मकसद देश के लिए आर्थिक स्वतंत्रता के निर्माण में मदद करना था। 127 सालों से ये कंपनी हर मोर्चे पर अपने ग्राहकों की उम्मीदों पर खरी उतरी है। और अब हम कारोबार पर फोकस करने के लिए इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। वही चचेरे भाई जमशेद का कहना है कि गोदरेज एंड बॉयज हमेशा राष्ट्र निर्माण के मजबूत उद्देश्य से प्रेरित रहा है। अब हम पारिवारिक समझौते के बाद भी कंपनी को आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास करेंगे।

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गोदरेज स्टॉक में आया उछाल –

गोदरेज कंपनी के बंटवारे के बाद इसके स्टॉक में उछाल देखा गया। जानकारी के मुताबिक गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड का शेयर 6.19 फीसदी की उछाल के साथ 965 रुपए के लेवल तक जा पहुंचा था। एस्टेक लाइफ साइंस लिमिटेड का शेयर 4.49 फीसदी की उछाल के साथ 1285.90 पर जा पहुंचा। तो वहीं गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट का शेयर एक फीसदी तक गया।

 

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