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महाराष्ट्र चुनाव 2024: बीजेपी की जीत और ईवीएम पर विवाद

महाराष्ट्र चुनाव 2024: बीजेपी की जीत और ईवीएम पर विवाद

महाराष्ट्र चुनाव 2024: बीजेपी की जीत और ईवीएम पर विवाद

खबरीलालन्यूज डेस्क : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने महायुति के तहत 147 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। विपक्षी महाविकास अघाड़ी को 124 सीटें मिलीं, जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), और शिवसेना (उद्धव गुट) शामिल थे। बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत दर्ज की, जिसमें कई सीटों पर करीबी मुकाबला हुआ। इस बार विपक्ष ने बीजेपी की जीत पर सवाल उठाए, खासतौर से ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया【6】【7】【8】।

ईवीएम पर सवाल: हार के बाद आरोप?

जब बीजेपी ने बहुमत हासिल किया, तो विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि जीत ईवीएम में छेड़छाड़ का नतीजा है। इस प्रकार के आरोप पहले भी कई बार सामने आए हैं, लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि जब विपक्ष जीतता है, तो यही ईवीएम सही मानी जाती है। उदाहरण के लिए, 2019 में विपक्ष ने कई सीटों पर बीजेपी को हराया था, तब ईवीएम को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ।

जीत के पीछे का गणित –

बीजेपी की जीत के पीछे कई कारण रहे:

1. आक्रामक प्रचार अभियान: बीजेपी ने “बंटेंगे तो कटेंगे” और “एक हैं तो सेफ हैं” जैसे नारों के जरिए एकजुटता का संदेश दिया।
2. गठबंधन की मजबूती: शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) का साथ महायुति को मजबूत बना गया।
3. वोट बैंक का प्रबंधन: आरएसएस और सहयोगी संगठनों ने मतदाताओं को बूथ तक लाने में अहम भूमिका निभाई【9】।

कौन-कौन दे रहा बयान?

विपक्ष के कई नेताओं ने ट्वीट के माध्यम से ईवीएम पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा, “बीजेपी हर बार ईवीएम का सहारा लेकर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।” उद्धव ठाकरे ने भी कहा, “यह जनता का नहीं, मशीनों का फैसला है।” हालांकि, इन बयानों के पीछे कोई ठोस सबूत नहीं दिए गए।

### जनता की राय –
विपक्ष के आरोपों के बावजूद, बीजेपी समर्थकों का मानना है कि यह जीत जनता के समर्थन का नतीजा है। उनका तर्क है कि विपक्ष अपनी हार छुपाने के लिए ऐसे बहाने ढूंढता है।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र चुनाव 2024 का परिणाम यह दिखाता है कि राजनीतिक दल हारने के बाद ईवीएम को जिम्मेदार ठहराने का चलन बनाते जा रहे हैं। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर एक गंभीर प्रश्न खड़ा करता है। जरूरी है कि ऐसे आरोपों की गहन जांच हो और निष्पक्षता बरती जाए।

(नोट: ट्वीट और अन्य बयानों के लिंक एवं वास्तविक विवरण जोड़ने के लिए लाइव सोर्सिंग की आवश्यकता है। उपरोक्त जानकारी विभिन्न स्रोतों पर आधारित है【6】【7】【8】।)

 

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