मानवअधिकार उल्लंघन मामलों में पाकिस्तान शीर्ष देश की सूची में हुआ शामिल, पाक ने रिपोर्ट को नकारा
मानवअधिकार उल्लंघन मामलों में पाकिस्तान शीर्ष देश की सूची में हुआ शामिल, पाक ने रिपोर्ट को नकारा
अमेरिका की ओर से शुक्रवार को मानवअधिकार की एक रिपोर्ट पेश की गई । जिसमें पाकिस्तान उन शीर्ष देशों की सूची में शुमार है। जहां सबसे ज्यादा मानवअधिकार उल्लंघन के मामले सामने आए हैं।
खबरीलाल न्यूज डेस्क: अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से हर साल एक मानवअधिकार की रिपोर्ट पेश की जाती है। जिसके तहत दुनियाभर के देशों में अल्पसंख्यक और स्थानीय लोगों पर हो रहे उत्पीड़न के बारे में जानकारी दी जाती है। साल 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान मानवअधिकार के मामले में शीर्ष देशों की सूची में शामिल हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में अपहरण ,हत्याएं जैसी घटनाएं आम सी हो गई हैं। बीते दिनों अमेरिकी विदेश विभाग 2023 कंट्री रिपोर्ट्स ओं ह्यूमन राइट्स प्रोटेस्ट टैक्स ने मानवअधिकार मामले में एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट की माने तो साल 2023 में पाकिस्तान में एक के बाद एक आने वाली सरकारे जबरन लोगों को गायब करवा रही है। और सरकार के खिलाफ बोलने वालों को मौत दी जा रही है। साल 2011 के बाद से करीब 10000 लोग लापता हो गए हैं। यहां लोगों को जबरन गायब करवाना ,मनमानी ढंग से हिरासत में लेना और हत्या जैसे मामलों में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में मानवअधिकार मुद्दों में गैर कानूनी या मनमानी हत्याओं का जिक्र भी किया गया है। अब व्यक्ति की आजादी स्वतंत्रता मीडिया की आजादी पर प्रतिबंध पत्रकारों खिलाफ हिंसा अनुसूचित अनुच्छेद गिरफ्तारी और उन्हें गायब करवा देना तमाम घटनाएं शामिल है। इसके अलावा इंटरनेट की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध सरकारी भ्रष्टाचार राष्ट्रीय मानवअधिकार संगठन अल्पसंख्यकों के साथ है। कई देशों को चेतावनी दी गई है। इस तरह की घटनाएं आगे ना हो।
पाकिस्तान ने रिपोर्ट को किया खारिज
रिपोर्ट में मनमानी और गैर कानूनी हत्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा गया है कि मानव अधिकार संगठनों ने दावा किया है कि सरकारी एजेंटो ने बलूचिस्तान में मार डालो और फेंक दो की नीति अपनाई हुई है। जहां सरकार के खिलाफ लोगों को प्रताड़ित करके मार दिया जाता है। सुरक्षा बलों ने देशभर में संघर्षों से जुड़ी कई वारदातो को अंजाम दिया है। इस पर पाकिस्तान की तरफ से जवाब दिया गया है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि मैं इस रिपोर्ट को खारिज करता हूं । यह राजनीति से प्रेरित रिपोर्ट है। हमारे यहां सभी शांति से गुजरा कर रहे है। यह बेहद चिंताजनक है कि यह रिपोर्ट गाजा जैसे मानवअधिकार उल्लंघन को नजरंदाज करती है। पाक को लेकर यह रिपोर्ट गलत जानकारी और जमीनी हकीकत से परे है। जो अमेरिका के दोहरे मानकों को प्रदर्शित करती है।
इन देशों की स्थित भी खराब
मानवअधिकार उल्लंघन मामलों में ईरान ,अफगानिस्तान म्यांमार भी प्रमुख देशों की सूची में शामिल है। चीन का नाम भी इस सूची में है। 2023 में यहां 10 लाख से ज्यादा विकेट मुसलमान को हिरासत में लिया गया है। क्यूबा में 1000 से ज्यादा राजनीतिक कैदियों को कथित तौर पर हिरासत में कठोर व्यवहार किया गया है। अगर पाकिस्तान में मानवअधिकार के मामले की बात करें तो 2023 में पास में 165720 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। इस साल लाहौर में सबसे अधिक एफआईआर दर्ज हुई है।