America vs Russia :अंतरिक्ष में हथियार तैनाती से जुड़े प्रस्ताव पर रूस ने क्यों किया वीटो, अमेरिका ने की आलोचना
यूएन में रूस ने कुछ ऐसा कर दिया। जिससे अमेरिका बौखलाया हुआ है। अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र परिषद में एक प्रस्ताव लाया गया। जिस पर रूस ने वीटो कर दिया।
खबरीलाल न्यूज डेस्क: मौजूदा समय में दुनिया युद्ध झेल रही है। जहां एक तरफ इजरायल और ईरान आमने-सामने है तो दूसरी तरफ रूस यूक्रेन पर अभी भी बरस रहा है। ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई देश खुद को चौतरफा मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। अब दुनिया के सामने एक और बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। रूस ने अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों को तैनात करने की होड़ पर रोक लगाने संबंधी संयुक्त राष्ट्र और जापान के एक प्रस्ताव पर बुधवार को वीटो कर दिया। 15 सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 13 देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। जबकि रूस ने इसका विरोध किया। तो वहीं चीन इस पूरे मामले से दूर रहा। रूस ने प्रस्ताव को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए इसे खारिज करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव अंतरिक्ष में सभी प्रकार के हथियारों पर प्रतिबंध लगाने में उतना सक्षम नहीं है रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बाद में इस बात की घोषणा की, कि मास्को का अंतरिक्ष में हथियार तैनात करने का कोई इरादा नहीं है। आपको बता दें कि रूस ने दावा किया है कि रूस में केवल अमेरिका के समान अंतरिक्ष क्षमताएं विकसित की हैं बल्कि व्हाइट हाउस ने फरवरी में इस बात की पुष्टि भी की थी कि रूस ने उपग्रह रोधी हथियार क्षमता हासिल कर ली है।America vs Russia
अमेरिका ने रूस की आलोचना की
America vs Russia – अमेरिका ने अंतरिक्ष संधि पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव पर वीटो करने के लिए बुधवार को रूस की आलोचना की। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में रूस द्वारा प्रस्ताव पर वीटो करने के बाद अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक विलियन ने एक बयान देते हुए कहा कि यह हमने जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि अमेरिका का आकलन है कि रूस परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एक नया उपग्रह विकसित कर रहा है। हमने पुतिन को सार्वजनिक रूप से यह कहते सुना है कि रूस का अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन अगर ऐसा होता है तो इस प्रस्ताव पर वीटो नहीं करता।
प्रस्ताव में ऐसा क्या है
America vs Russia – प्रस्ताव में सभी देशों से अंतरिक्ष में परमाणु हथियार या फिर ऐसे किसी भी हथियार को तैनात नहीं करने का आह्वान किया गया है। जो बाहरी तबाही का कारण बने। अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती 1967 के अंतरराष्ट्रीय संधि के अंतर्गत प्रतिबंधित है। बाहरी अंतरिक्ष संधि के तहत देश पर पृथ्वी के इर्द-गिर्द की कक्षा में परमाणु हथियारों सहित सामूहिक विनाश के हथियार तैनात नहीं करने का भी प्रतिबंध है।